Skip to main content
Prakash Hindustani

Prakash Hindustani

By Prakash Hindustani


I am a journalist and keep interviewing people from different fields.
Currently playing episode

यशवंत सिंह की क्यों है मीडिया से भड़ास, ? प्रकाश हिन्दुस्तानी से बातचीत

Prakash HindustaniSep 24, 2021

00:00
01:01:30
राकेश पाठक से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत | Rakesh Pathak | Prakash Hindustani | My Hashtag

राकेश पाठक से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत | Rakesh Pathak | Prakash Hindustani | My Hashtag

डॉ. राकेश पाठक गांधीवादी कार्यकर्ता, कवि, लेखक और पत्रकार हैं। वे नईदुनिया, नवप्रभात, नवभारत और प्रदेश टुडे दैनिक तथा अनेक न्यूज़ पोर्टल्स और न्यूज़ चैनल के एडिटर इन चीफ़ भी रहे हैं। वे 'कर्मवीर' न्यूज़ पोर्टल के संपादक हैं। उन्होंने कई देशों की यात्राएं की है, साहित्य, पत्रकारिता और खेल के क्षेत्र में सक्रिय राकेश जी को अनेक पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें कविता संग्रह 'बसंत के पहले दिन से पहले' को राष्ट्रीय हेमंत स्मृति कविता सम्मान शामिल है।  राकेश पाठक ने सैन्य विज्ञान और इतिहास में एमए किया। सैन्य विज्ञान में उन्होंने पीएचडी की और ग्वालियर के आईटीएम विश्वविद्यालय में पत्रकारिता के विभागाध्यक्ष भी रहे।


Feb 17, 202201:19:24
अभिनेता-लेखक रोहित तिवारी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत | Prakash Hindustani | Rohit Tiwari

अभिनेता-लेखक रोहित तिवारी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत | Prakash Hindustani | Rohit Tiwari

अभिनेता-लेखक रोहित तिवारी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत  | Prakash Hindustani | Rohit Tiwari  अभिनेता-लेखक रोहित तिवारी ने धोबीघाट, इंदु सरकार, लखनऊ सेंट्रल, गोल्ड, मिशन मंगल, ड्रीम गर्ल, हाथी मेरे साथी, द बिग बुल, हेलमेट आदि में काम किया है।   

मशहूर नाट्य समूह थियेटरवालाज़ से जुड़े हैं, OTT पर भी वे आ रहे हैं। Web Series - मिर्जापुर 2,  Class of 83 और  'चलो कोई बात नही' में कैमियो।

Dec 29, 202159:42
चित्रकार और कवयित्री विम्मी मनोज से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत Vimmie Manoj | Prakash Hindustani

चित्रकार और कवयित्री विम्मी मनोज से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत Vimmie Manoj | Prakash Hindustani

डॉ. विम्मी मनोज को वैश्विक कला पत्रिका SACHET MIXTE Vol III ने विश्व की प्रमुख  महिला कलाकारों में गिना था। वे चित्रकार, मूर्तिकार, कवयित्री और  शिक्षाविद हैं।  कला में पोस्ट ग्रेजुएट, अंग्रेज़ी साहित्य में पीएच.डी. और मानव संसाधन में एमबीए विम्मी मनोज को  Artists of India, Modern & Contemporary Art में शामिल किया गया था।   


Artist & poet Dr. Vimmie Manoj participated in over 60 group shows (London, South Korea, Germany, Russia, Turkey, Hungary, Delhi, Mumbai, Jaipur etc.), Residency programs, Art Camps, curated Lalit Kala art camp, art festivals, coordinator Jaipur Art Summit, conducted Workshops, lecture series, talk shows and has held 7 solo shows. Her research articles have been published in books and international journals. She has been working on sustainable recylcled art and on art & poetry for over three decades.

Dec 29, 202101:00:53
कैमरे और कलम के महारथी प्रदीप चंद्रा से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

कैमरे और कलम के महारथी प्रदीप चंद्रा से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

कैमरे और कलम के महारथी प्रदीप चंद्रा से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत


प्रदीप चंद्रा ने कई साल तक टाइम्स ऑफ़ इंडिया समूह में फ़ोटोग्राफ़र थे। उन्होंने कैमरे और ज=कलम का रचनात्मक उपयोग किया है। उनके कैमरे ने हरेक क्षेत्र के दिग्गजों को शूट किया है। मुकेश अम्बानी हो या अमिताभ बच्चन, प्रीतिश नंदी हो या शोभा डे, माधुरी दीक्षित हो या रणवीर कपूर, गुलज़ार हो या जावेद अख़्तर, अलेक पद्मसी हो या प्रह्लाद कक्कड़, बाळ ठाकरे हो या लालू प्रसाद यादव। सभी उनकी कैमरे की कला का लोहा मानते रहे हैं।

Dec 23, 202159:17
निर्मला भुराड़िया से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत | Nirmala Bhuradia | Prakash Hindustani

निर्मला भुराड़िया से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत | Nirmala Bhuradia | Prakash Hindustani

निर्मला भुराड़िया ने अनेक परम्पराएं तोड़ी हैं।  उन्होंने  उन विषयों पर भी लिखा है, जिन पर आम तौर पर महिलाएं नहीं लिखतीं। उनके उपन्यास 'ऑब्जेक्शन मी लॉर्ड' एवं 'गुलाम मंडी' के कई संस्करण आ चुके हैं।   

उन्होंने 28 साल लगातार स्तम्भ लेखन किया।  सामाजिक मुद्दे और अपने आसपास की कड़वी हक़ीकतें उनसे टकराती रहीं। कविताएं भी लिखीं और 'ख़ुशी का विज्ञान' भी बताया और सिनेमा में  'पर्दे  के पीछे महिलाएं' क्या कर रही हैं यह भी लिखा।

Dec 23, 202158:08
ललित शर्मा और उनका घुमक्कड़ जंक्शन : प्रकाश हिन्दुस्तानी से बातचीत | Lalit Sharma Ghumakkad Junction

ललित शर्मा और उनका घुमक्कड़ जंक्शन : प्रकाश हिन्दुस्तानी से बातचीत | Lalit Sharma Ghumakkad Junction

ललित शर्मा और उनका घुमक्कड़ जंक्शन : प्रकाश हिन्दुस्तानी से बातचीत   घुमक्कड़ स्वभाव के ललित शर्मा 30 वर्षों से संस्कृति और पुरातत्व पर शोध कार्य कर रहे हैं।  उन्हें देश-विदेश से कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। वे पूरे भारत में घूमते रहते हैं और लोगों को वनों  में कुछ दिन रहने के लिए प्रेरित करते हैं। वे खुद अनेक वन अंचलों के चप्पे चप्पे से परिचित हैं और वहां की पूरा-सम्पदा का दस्तावेजीकरण भी करते रहते हैं।  घुमक्कड़ जीवन पर उनकी पांच किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। वे घुमक्कड़ जंक्शन और दक्षिण कोसल टुडे के संपादक हैं।

Dec 21, 202153:30
किस्स्सा, किस्सागो का : हिमांशु बाजपेयी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत Himanshu Bajpai | Myhashtag

किस्स्सा, किस्सागो का : हिमांशु बाजपेयी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत Himanshu Bajpai | Myhashtag

हिमांशु बाजपेयी लेखक, कलाकार और मशहूर क़िस्सागो हैं।  लखनऊ और दिल्ली की पुरानी किस्सागोई को उन्होंने फिर चलन में ला दिया है। उनके पास उर्दू और हिंदी कविता और लखनऊवा लोक कथाओं का भंडार है।  

हिमांशु ने लखनऊ के नवल किशोर प्रेस द्वारा प्रकाशित अवध अखबार पर अपनी पीएचडी की है। हिमांशु बाजपेयी ने ट्विटर पर अपने परिचय में लिखा है : बगावत का अलमबरदार हूँ, महशर बा-दामन हूँ, फरिश्तों ने जिसे सजदा किया है मैं वो इंसान हूँ। लखनऊ मजाज़, दास्तान-ए-तमन्ना-ए-सरफ़रोशी,  रानी दुर्गावती और अब गंगा पर विशेष संगीतमय प्रस्तुति है। हिमांशु ने पत्रकारिता में अपना करियर शुरू किया;  ऑल इंडिया रेडियो, दैनिक भास्कर और तहलका में काम कर चुके हैं।  

उनकी किताब  'किस्सा किस्सा लखनऊवा' चर्चित।  दो बच्चों की किताबों का हिंदी में अनुवाद भी किया है - 'मधुबन का नन्हा मोर' और 'नॉर्थवे का युद्ध'।

Dec 16, 202153:31
रुपये के पीछे भागने से क्या मिलता? आशुतोष देशमुख से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

रुपये के पीछे भागने से क्या मिलता? आशुतोष देशमुख से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

मॉरीशस विश्वविद्यालय में फिल्म प्रॉडक्शन पढ़ा रहे आशुतोष देशमुख से। उनसे पूछेंगे कि धन या मन,  करियर चुनने में किसका रखे ध्यान ?   

करियर में जमे रहना एक जाल है, जिसमें अधिकांश लोग फंस जाते हैं, लेकिन आशुतोष देशमुख नहीं फंसे।   

शायद उनके अनुभव हमारे काम के हों...

Dec 16, 202154:44
ऑडियो बुक्स की दुनिया : प्रियंवदा रस्तोगी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत | World of audio books

ऑडियो बुक्स की दुनिया : प्रियंवदा रस्तोगी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत | World of audio books

किताबों की दुनिया बदलती जा रही है।  किताबें अब केवल छपी हुई किताब नहीं हैं, अब ईबुक्स और ऑडियो बुक्स भी हैं। अब अब कागज़ पर छपी किताब पढ़ सकते हैं, मोबाइल या कंप्यूटर, टॅबलेट या लेपटॉप के स्क्रीन पर भी किताब पढ़ सकते हैं और बिना पढ़े किताब का वाचन भी सुन सकते हैं।    

ऑडियो फर्स्ट स्टोरी क्या है? ऑडियो बुक के लिए लेखन कैसे होता है और यह आम किताब के लेखन से कैसे अलग है ? इस नए माध्यम का भविष्य क्या है? अगर कोई इस माध्यम में लेखन करना चाहे तो उसे क्या करना चाहिए? क्या पुस्तकों का भविष्य क्या होगा? पुस्तक, ईबुक, ऑडियो बुक या और भी कुछ?   

क्या किताबों में इत्र चुपड़ना और किताबों में गुलाब और चिट्ठी अतीत की चीज़ें हो गई?  उनकी जगह क्या इमोजी ले सकती है? इसका कितना असर पाठकों के ऊपर होगा?

Dec 13, 202158:00
सचिन कुमार जैन से संविधान पर प्रकाश हिन्दुस्तानी की चर्चा

सचिन कुमार जैन से संविधान पर प्रकाश हिन्दुस्तानी की चर्चा

सचिन कुमार जैन पिछले कई वर्षों से संविधान के बारे में गंभीर अध्ययन करते आ रहे हैं और आज भारत के संविधान की रचना करने वाली संविधान सभा की पहली बैठक को आज 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं।  इस बैठक की  अमृत जयंती पर आज बात करूंगा सचिन कुमार जैन से।    

सचिन ने समाज विज्ञान, पत्रकारिता और जनसंचार की पढ़ाई की।  भोपाल में विकास संवाद संस्था के संस्थापक-निदेशक हैं। वे जमीनी कार्यकर्ता है और पर्यावरण, रोटी, पानी, अभिव्यक्ति, कानून, संविधान,जनसंख्या, बच्चों और आजीविका पर गहन अध्ययन करते हैं। वे अनुभव, शोध और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ 65 पुस्तिकाओं के लेखन, संपादन और प्रकाशन से जुड़े रहे हैं।   

हाल ही में उनकी एक पुस्तक 'भारतीय संविधान की विकास गाथा' प्रकाशित हुई है जिसमें इतिहास और आर्थिक राजनीति के आईने में संविधान की जानकारी है।  इसके अलावा नागरिक शाला शृंखला में 'संविधान और हम' पुस्तक भी आई है।   

सचिन से चर्चा करेंगे कि हमारे महान संविधान की बारीकियां क्या-क्या हैं? कैसे विचार मंथन हुआ संविधान रचना में? क्यों कई पहलुओं को नजरअंदाज कर दिया गया? हमें जो संविधान मिला है, वह दुनिया का सबसे अनूठा, सबसे विशाल, सबसे ज़्यादा सारयुक्त कैसे है, जिस पर हमें हमेशा फख्र रहा हैं।

Dec 10, 202158:18
संविधान और आम चुनाव : पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ओपी रावत से बातचीत

संविधान और आम चुनाव : पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ओपी रावत से बातचीत

भारतीय संविधान सभा  की पहली बैठक के 75 वर्ष पूर्ण होने की पूर्व संध्या पर LIVE वर्चुअल बातचीत पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ओपी रावत से।  भारत के बाईसवें मुख्य चुनाव आयुक्त रहे श्री ओम प्रकाश रावत  मध्य प्रदेश कैडर के 1977 बैच के आईएएस हैं। 

उन्होंने भारत के  सार्वजनिक उद्यम सचिव के रूप में भी काम किया है। श्री रावत  ने बीएचयू  से भौतिकी में एमएससी और यूके से सामाजिक विकास योजना में एमएससी की डिग्री ली। उन्होंने भारत सरकार और मध्य प्रदेश सरकार दोनों के लिए विभिन्न पदों पर कार्य किया। 

उनके कार्यकाल के दौरान, बिहार, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, असम, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, उप्र , गोवा, गुजरात और हिमाचल की विधानसभाओं, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के चुनाव भी हुए थे।

Dec 09, 202157:07
प्रियंका कौशल से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

प्रियंका कौशल से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

पत्रकार और एक्टिविस्ट प्रियंका कौशल मानव तस्करी और बच्चों के अपहरण के ख़िलाफ़ एक जंग लड़ रही हैं।  बच्चों और लड़कियों को अपराधियों से  बचाने की जद्दोजहद वर्षों से चल रही है।  उन्होंने अनेक बच्चों को उनके माँ-बाप तक पहुँचाने में मदद की है।   

अपनी  जान जोखिम में डालकर उन्होंने विक्टिम्स की तलाश में बस्तर में नक्सलगढ़ के नाम से कुख्यात अबूझमाड़ तक यात्राएं कीं। कई बार वे नक्सलियों के निशाने पर भी रहीं।  पुलिस और प्रशासन की आँखों की किरकिरी भी बनीं।   उन्होंने रायपुर रेलवे स्टेशन पर तस्करी में लिप्त कई दलालों को पुलिस के सहयोग से पकड़वाया । इसके अलावा स्कूल-कॉलेज में जाकर मानव तस्करी के बारे जागरूकता फैलाने और सरकार के स्टक होल्डर्स को मानव तस्करी के बारे में जागरूक करने का कार्य कर रही हैं।

Dec 07, 202158:00
जयंती रंगनाथन से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

जयंती रंगनाथन से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

जयंती रंगनाथन ग़ज़ब की लेखिका हैं!   वे लेखन के बहुविध क्षेत्रों से जुड़ीं हैं।  पत्रकारिता के साथ-साथ कहानी, सीरियल, उपन्यास, पॉडकास्ट, ऑडियो बुक्स के लेखन ।   साढ़े तीन दशकों से मीडिया और लेखन में सक्रिय जयंती रंगनाथन ने लेख, उपन्यास, कहानियां, पॉड कास्ट, ऑडियो नॉवेल्स, टीवी के लिए सीरीज लिखी हैं। भिलाई और मुंबई से होते हुए  अब दिल्ली में रहती हैं, जो दिखता है, जैसा सोचती हैं, वैसा लिखती हैं। बोल्ड और नये प्रयोगों से कुछ ज्यादा ही मोहब्बत है।

Dec 05, 202159:50
मशहूर फिल्म समीक्षक अजित राय से बातचीत

मशहूर फिल्म समीक्षक अजित राय से बातचीत

अजित राय से  बातचीत 

चर्चा बॉलीवुड के सॉफ्ट पावर की। भारतीय और हिन्दी फिल्म उद्योग की अदृश्य ताकत  क्या है? किस तरह उसने भारत की छवि दुनिया में बनाई है और सांप्रदायिक सौहार्द्र के लिए काम किया है।  अर्थव्यवस्था में इसका योगदान कितना है।

अजित राय मशहूर फिल्म समीक्षक हैं। दुनियाभर के फिल्म महोत्सवों में जाते रहते हैं।

Dec 04, 202101:00:00
हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार तेजेन्द्र शर्मा से LIVE बातचीत

हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार तेजेन्द्र शर्मा से LIVE बातचीत

इंग्लैंड में जा बसे तेजेन्द्र शर्मा को हाल ही ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन लाइफ़ टाइम एचीवमेंट सम्मान की घोषणा हुई  है। उन्हें इंग्लैंड में हिन्दी का अघोषित राजदूत कहा जा सकता है।

ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन लाइफ़ टाइम एचीवमेंट सम्मान' हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार इंग्लैंड में रहने वाले श्री तेजेन्द्र शर्मा को प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है, सम्मान के तहत इक्यावन हज़ार रुपये सम्मान राशि तथा सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा।

Dec 02, 202159:40
किस्से बिस्मिल्लाह खान के, डॉ हरीश भल्ला की जुबानी | Ustad Bismillah Khan | Prakash Hindustani | Dr Harish Bhalla |

किस्से बिस्मिल्लाह खान के, डॉ हरीश भल्ला की जुबानी | Ustad Bismillah Khan | Prakash Hindustani | Dr Harish Bhalla |

डॉ हरीश भल्ला जाने-माने किस्सागो हैं।  वे संस्कृतिकर्मी हैं।  उनके घर पर कलाकारों  का जमावड़ा होता रहता है। अनेक कलाकारों को उन्होंने निकट से देखा है और उनकी किस्सा सुनाने की शैली भी विलक्षण है। वे  बता रहे हैं भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से :  किस्से  बिस्मिल्लाह खान के, डॉ हरीश भल्ला की जुबानी

Dec 01, 202155:03
 मुलाक़ात भूमिका द्विवेदी अश्क़ से

मुलाक़ात भूमिका द्विवेदी अश्क़ से

मुलाक़ात होगी Live भूमिका द्विवेदी अश्क़ से


भूमिका द्विवेदी अश्क़ प्रयागराज के जिस परिवेश में पलीं-बढ़ीं ;  उसमें दिग्गज साहित्यकारों का उनके घर में आना-जाना सतत  बना रहता था. चाहे हरिवंश राय बच्चन हों या महादेवी वर्मा,  सूर्यकांत त्रिपाठी निराला हों या सुमित्रानंदन पंत, धर्मवीर भारती हों या अन्य दिग्गज साहित्यकार!  भूमिका द्विवेदी अश्क़ की पूरी ज़िन्दगी  ही साहित्यकारों के सानिध्य में पठन-पाठन, लेखन और साहित्यिक विमर्श में गुजरी।

भूमिका द्विवेदी अश्क़ खुद भी साहित्यकार हैं और हिन्दी साहित्य जगत की एक प्रतिष्ठित, लोकप्रिय, बहुचर्चित और प्रशंसित नाम हैं।   वे हिन्दी, अंग्रेज़ी, उर्दू और संस्कृत साहित्य की गहन अध्येता हैं। उनकी 12 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। अनेक पुरस्कार और सम्मान उन्हें मिल चुके हैं।  उन्होंने कहानियां, उपन्यास, संस्मरण लिखे और अनुवाद कार्य भी किया।  अज्ञेय की चर्चित पुस्तक 'अपने अपने अजनबी' का उन्होंने अंग्रेजी अनुवाद किया जो The Last Truth नाम से प्रकाशित और चर्चित हुआ।

Nov 23, 202159:52
पंडित सूर्यनारायण व्यास की विरासत : राजशेखर व्यास से डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी बातचीत

पंडित सूर्यनारायण व्यास की विरासत : राजशेखर व्यास से डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी बातचीत

पंडित सूर्यनारायण व्यास की विरासत :  राजशेखर व्यास से डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी बातचीत


राजशेखर व्यास दूरदर्शन के प्रमुख रहे हैं। वे ख्याति प्राप्त लेखक, संपादक, निर्देशक और निर्माता हैं।  पांच दर्जन से ज्यादा किताबें,  हजारों आलेख और दो हजार से ज्यादा शॉर्ट/डॉक्यूमेंट्री  फिल्में उन्होंने दूरदर्शन के लिए बनाई। वे  पंडित सूर्यनारायण व्यास के पुत्र हैं और उज्जैन में पिता की विरासत संभाल रहे हैं। 

 पंडित सूर्यनारायण व्यास :   पंडित सूर्यनारायण व्यास इतिहासकार, पुरातत्ववेत्ता, क्रान्तिकारी के साथ ‘वि्क्रम’ पत्र के सम्पादक भी रहे। आप विक्रम विश्वविद्यालय, विक्रम कीर्ति मंदिर, कालिदास परिषद के संस्थापक और अखिल भारतीय कालिदास समारोह के जनक भी ज्योतिष और खगोल के आप अपने जमाने के सर्वोच्च विद्वान थे।  


1947 में जब ये सुनिश्चित हो गया कि अंग्रेज भारत छोड़ने को तैयार हैं तब  डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने गोस्वामी गणेश दत्त महाराज के माध्यम से पंडित व्यास को  बुलवाया। उन्होंने पंचांग देखकर भारत की कुंडली बनाई और बताया कि आजादी के लिए मात्र दो दिन ही शुभ हैं 14 और 15 अगस्त। स्वतंत्रता के लिए मध्यरात्रि 12 बजे यानी तबके स्थिर लग्न का समय सुझाया। उनका मानना था कि इससे लोकतंत्र स्थिर रहेगा।   पंडित सूर्यनारायण व्यास   की सच साबित हुई भविष्यवाणियों में सबसे चर्चित लालबहादुर शास्त्री के ताशकंद जाने से पहले ही एक लेख में कर साफ कर दिया था कि वे जीवित नहीं लौटेंगे। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, राजेन्द्र प्रसाद, इन्दिरा गांधी सहित कई सटीक भविष्यवाणियां काफी पहले कर दी थीं। यहां तक कि स्वयं की मृत्यु को लेकर एक लेख भी लिखा था। - ऋतुपर्ण दवे

Nov 18, 202159:06
शेखर सेन से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

शेखर सेन से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

गायक, गीतकार और संगीतकार के रूप में उनके 200  से अधिक संगीत एलबम आ चुके हैं। उन्होंने कई फिल्मों और धारावाहिकों में गाया भी है। उनके संगीत कार्यक्रम देश-विदेश में होते रहते हैं। 2015 में  शेखर सेन को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

Nov 14, 202101:19:31
ऑस्ट्रेलिया का इंडियन समुदाय-इंडियन लिंक रेडियो एकता शर्मा #IndianLinkRadio

ऑस्ट्रेलिया का इंडियन समुदाय-इंडियन लिंक रेडियो एकता शर्मा #IndianLinkRadio

पत्रकार और रेडियो प्रेजेंटर एकता शर्मा सिडनी के इंडियन लिंक रेडियो में गुड मॉर्निंग ऑस्ट्रेलिया नाम का एक लोकप्रिय कार्यक्रम होस्ट करती हैं. 


 कैसा है ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय और क्या खूबियां हैं उसकी. ऑस्ट्रेलिया के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में बातचीत.  एकता शर्मा सिडनी के इंडियन लिंक रेडियो में 'गुड मॉर्निंग ऑस्ट्रेलिया' नाम का एक लोकप्रिय कार्यक्रम होस्ट करती हैं.  कैसा है ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय और क्या खूबियां हैं उसकी.  


 Ekta Sharma, Station Manager and Radio Presenter Indian Link Radio Sydney. Started as correspondent, then Red fm radio in 2007. Currently, hosts show 'Good Morning Australia' on Indian Link Radio.

Nov 09, 202152:21
बातचीत आर्टिस्ट रवि शेखर से।
Oct 27, 202159:28
कश्मीर में आतंक खत्म नहीं होता : राजेन्द्र तिवारी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

कश्मीर में आतंक खत्म नहीं होता : राजेन्द्र तिवारी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

जब कश्मीर में आतंकवाद चरम पर रहा, तब 2000 से 2004 तक राजेन्द्र तिवारी वहीं थे। अध्येता हैं, इसलिए बाद में भी उनका विमर्श जारी रहा। दैनिक हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर, अमर उजाला, प्रभात खबर आदि में संपादक रहे राजेन्द्र तिवारी से कश्मीर की हिंसा पर  Live चर्चा।

Oct 13, 202159:56
दीपिका नारायण भारद्वाज से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

दीपिका नारायण भारद्वाज से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

दीपिका नारायण भारद्वाज से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत,

कुछ महिलाएं करती हैं कानून का दुरूपयोग"


दीपिका डाक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर हैं। वे मानवाधिकार की समर्थक हैं, चाहें पुरुष हों या महिला-- सभी के हितों की रक्षा होनी चाहिए। एकतरफा कानूनों का कैसा दुरुपयोग हो रहा है, इस पर उन्होंने निगाह डाली। उनकी फ़िल्म 'Martyrs of Marriage’ इंटरनेट पर उपलब्ध है। वे इंजीनियर हैं, लेकिन पत्रकारिता में आईं। फिल्में बनाई। लोग उन्हें पुरुष अधिकार कार्यकर्ता कहते हैं, जिसे वे नकारती हैं।

Oct 13, 202101:09:21
खेती करता कलाकार राहुल तुकाराम वजाले

खेती करता कलाकार राहुल तुकाराम वजाले

खेती करता कलाकार राहुल तुकाराम वजाले


राहुल तुकाराम वजाले चित्रकार हैं। मुंबई में जेजे स्कूल आफ आर्ट्स में पढ़ाई करने के बाद उन्होंने अपनी कलाकृतियों से धूम मचाई।  मुंबई की जहांगीर, पंडोल और बियॉन्ड  जैसे गैलरियों  में अपनी कलाकृतियों के सोलो शो किये। लॉकडाउन लगने के बाद वे अपने घर अपने गांव गए और वहां खेती करना शुरू कर दिया।  उस खेती में उन्हें जो अनुभव हुए, वह अनुभव हर व्यक्ति को जानना चाहिए।

देश में किसान आंदोलन चल रहा है। आप किसान आंदोलन के संदर्भ में उनकी स्थिति को भी अच्छे से समझ सकते हैं.

Oct 11, 202141:25
 अमिताभ से जुड़े किस्से : सुमंत मिश्र से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

अमिताभ से जुड़े किस्से : सुमंत मिश्र से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

बच्चन परिवार के सबसे करीबी पत्रकार सुमंत मिश्र ने चार दशक में अमिताभ के पचासों इंटरव्यू किये हैं। अमिताभ के अस्सी वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर  आज शाम 6 बजे सुमंत मिश्र से बातचीत,  अमिताभ के जीवन से जुड़े उन किस्सों के बारे में, जो नहीं या लगभग नहीं के बराबर सुने या पढ़े गए हैं। किस्सों में अमिताभ तो होंगे ही, तेजी जी और हरिवंश राय बच्चन भी. 

Oct 10, 202101:05:17
 इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

Oct 09, 202147:26
इसलिए चाहिए अलग विंध्य | जयराम शुक्ल से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

इसलिए चाहिए अलग विंध्य | जयराम शुक्ल से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

इसलिए चाहिए अलग विंध्य |  जयराम शुक्ल से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

Oct 07, 202157:57
फिल्मी गीतों में साहित्यिक चोरी : देवमणि पांडेय से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

फिल्मी गीतों में साहित्यिक चोरी : देवमणि पांडेय से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत

बतौर सिने गीतकार देवमणि पांडेय के कैरियर की शुरूआत निर्देशक तिग्मांशु धूलिया की फ़िल्म 'हासिल' से हुई। डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी की फ़िल्म 'पिंजर' में उनके लिखे गीत 'चरखा चलाती मां' को सन् 2003 के लिए बेस्ट लिरिक ऑफ दि इयर अवार्ड से नवाज़ा गया।

गीतकार देवमणि पांडेय ने 'कहां हो तुम' और 'तारा : दि जर्नी ऑफ़  लव आदि फिल्मों में गीत लिखे हैं। ।  धारावाहिक 'एक रिश्ता साझेदारी का', सीरियल 'एक चाबी है पड़ोस में' और  'येशु'  में भी अपनी कलम का जादू दिखाया है। संगीत एल्बम गुज़ारिश, तन्हा तन्हा और बेताबी में भी उनके गीत पसंद किए गए।

Oct 05, 202101:15:47
चरणजीत सिंह चन्नी कैसे बने पंजाब के CM , Punjab, Charanjit Singh Channi CM | Prakash Hindustani

चरणजीत सिंह चन्नी कैसे बने पंजाब के CM , Punjab, Charanjit Singh Channi CM | Prakash Hindustani

बगावती चरणजीत सिंह चन्नी कैसे बने पंजाब के CM , 


Punjab Dalit CM in Punjab - damage control or master stroke  चरणजीत सिंह चन्नी कैसे बने पंजाब के CM  कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के 24 घंटे बाद आखिरकार पंजाब के नए मुख्यमंत्री का नाम तय हो गया। कांग्रेस के दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी राज्य के नए CM होंगे। 


 चन्नी चमकौर साहिब से लगातार 3 बार विधायक बने। 2007 में वो स्वतंत्र जीते थे। इसके बाद 2 बार कांग्रेस की टिकट पर MLA बने। 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। चन्नी रामदासिया सिख कम्युनिटी से हैं। 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में  उन्हें टेक्निकल एजुकेशन और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग मंत्री बनाया गया। अमरिंदर सिंह के खिलाफ अगस्त में हुई बगावत की अगुवाई करने वालों में चन्नी प्रमुख थे।  

 2 अप्रैल 1973 को मोहाली के भजौली में जन्मे चन्नी पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने वाले पहले दलित ( first Dalit CM of Punjab) नेता हैं। वह रामदसिया सिख समुदाय से हैं।  चन्नी पार्टी नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों पर ध्यान नहीं देने के लिए अमरिंदर सिंह के खिलाफ मुखर रहे हैं और पिछले महीने देहरादून में हरीश रावत से मिलने गए लोगों में शामिल थे।

Sep 28, 202112:49
विनीत कुमार से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत : टेलीविजन, दर्शक और पूर्वाग्रह

विनीत कुमार से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत : टेलीविजन, दर्शक और पूर्वाग्रह

विनीत कुमार (Vineet Kumar) से प्रकाश हिन्दुस्तानी (Prakash Hindustani) की बातचीत : टेलीविजन, दर्शक और पूर्वाग्रह 

  Dr.PrakashHindustani, #MyHashtag, #माय हैशटैग, डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी  

 टीवी के कट्टर दर्शक विनीत कुमार दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाते हैं।  वे मीडिया विश्लेषक, टीवी पैनलिस्ट, लेखक,कॉलमिस्ट और ब्लॉगर हैं। उनकी किताब 'मंडी में मीडिया',गहन शोध के चलते चर्चित रही है। 

 एफ एम चैनलों की भाषा पर एम. फिल. (2005)। ‘आजतक’ से मीडिया का ककहरा सीखने के बाद ‘जनमत न्यूज’ में पहली नौकरी। सीएसडीएस-सराय की स्टूडेंट फेलोशिप (2007) से निजी समाचार चैनलों की भाषा पर रिसर्च।

Sep 28, 202101:13:54
विजय मनोहर तिवारी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत Dr.PrakashHindustani

विजय मनोहर तिवारी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत Dr.PrakashHindustani

विजय मनोहर तिवारी से प्रकाश हिन्दुस्तानी की बातचीत 

विजय मनोहर तिवारी 25 साल सक्रिय मीडिया में रहे हैं।  प्रिंट और टीवी दोनों में। 7 किताबें  प्रकाशित।  पांच साल में लगातार आठ बार भारत की यात्रा करने वाले ऐसे पत्रकार हैं। उनकी आठवीं पुस्तक प्रकाशनाधीन है।


Sep 27, 202101:07:31
प्रौद्योगिकी में हिन्दी, बालेन्दु शर्मा दाधीच से प्रकाश हिन्दुस्तानी की चर्चा Dr.PrakashHindustani

प्रौद्योगिकी में हिन्दी, बालेन्दु शर्मा दाधीच से प्रकाश हिन्दुस्तानी की चर्चा Dr.PrakashHindustani

प्रौद्योगिकी में हिन्दी, बालेन्दु शर्मा दाधीच से प्रकाश हिन्दुस्तानी की चर्चा 


 Dr.PrakashHindustani, #MyHashtag, #माय हैशटैग, डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी   

बालेन्दु शर्मा दाधीच  निदेशक भारतीय भाषाएँ एवं सुगम्यता,  माइक्रोसॉफ़्ट भारत

   Balendu Sharma Dadhich Director- Indian Languages and Accessibility Microsoft India

Sep 25, 202101:00:40
यशवंत सिंह की क्यों है मीडिया से भड़ास, ? प्रकाश हिन्दुस्तानी से बातचीत

यशवंत सिंह की क्यों है मीडिया से भड़ास, ? प्रकाश हिन्दुस्तानी से बातचीत

यशवंत सिंह की क्यों है मीडिया से भड़ास ? प्रकाश हिन्दुस्तानी से बातचीत

अमर उजाला, दैनिक जागरण,आईनेक्स्ट जैसे अखबारों में ट्रेनी से लेकर एडिटर तक का सफर करने के बाद मीडिया इंडस्ट्री पर केंद्रित खबरों के पोर्टल भड़ास की शुरुआत की।  जीवन के विभिन्न रूपों को देखा और नकारात्मकता में भी सकारात्मकता खोजते रहे।  पत्रकारिता में घुसे बेपारियों, दल्लों, फ्राडियों को लगातार बेनक़ाब करनेवाले यशवंत सिंह खिलाफ बड़े-बड़े मीडिया संस्थानों के संचालकों ने षड्यंत्र किये, लेकिन नाकाम रहे।  कोयले की खदान में रहने वाले उद्यमी, गायक, कवि, कलाकार  की किताब जानेमन जेल चर्चित रही है।

यशवंत सिंह की किताब 'जानेमन जेल' चर्चित रही।

Sep 24, 202101:01:30
शोपियां, कश्मीर के नेता राजा वहीद सीधी बातचीत Dr.PrakashHindustani,

शोपियां, कश्मीर के नेता राजा वहीद सीधी बातचीत Dr.PrakashHindustani,



राजा वहीद कश्मीर के शोपियां में डिस्टिक डेवलपमेंट काउंसिल के सदस्य हैं जो जेके पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से सम्बद्ध है.  राजा वहीद  एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. इसके पहले भी शिक्षक थे.


Raja Waheed is Member District Development Council,  Shopian Kashmir. (Affiliated with J&K People's Democratic Party). Raja Waheed was working as a Social Activist. He  was working in the Education Department of J&K Govt as Teacher and resigned before contesting elections for DDC.  Earlier he was District President Youth Wing of PDP Shopian.

Sep 23, 202116:59
#पत्रकारिता_विमर्श | जयशंकर गुप्त,सदस्य प्रेस काउन्सिल से चर्चा | PressCouncil, प्रकाश हिन्दुस्तानी |

#पत्रकारिता_विमर्श | जयशंकर गुप्त,सदस्य प्रेस काउन्सिल से चर्चा | PressCouncil, प्रकाश हिन्दुस्तानी |


वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त को भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) का सदस्य चुना गया है। उनका चुनाव वर्किंग जर्नलिस्ट्स (अदर दैन एडिटर) कोटे के तहत किया गया है।   जयशंकर गुप्त का जन्म पूर्वी उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ जनपद के ग्राम कठघराशंकर में हुआ। 

उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल में हुई। किशोरावस्था से ही गांधी, लोहिया और जयप्रकाश के विचारों से प्रभावित होकर समाजवादी युवजन सभा और फिर युवा जनता की राजनीति में सक्रिय रहे.  आपातकाल (Emergency In India) के दौरान स्नातक की पढ़ाई का उनका अधिकतर समय आजमगढ़ (Azamgarh)  की जेल में तथा बाहर आकर भूमिगत आंदोलन में बीता।

 आपातकाल के बाद बनी जनता पार्टी की सरकार से बहुत जल्दी मोहभंग होने के क्रम में अपनी ही सरकार के खिलाफ इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ मिलकर संघर्ष करते हुए उन्हें जेल भी जाना पड़ा।

Sep 21, 202101:02:37
पैडवूमन माया विश्वकर्मा : प्रकाश हिन्दुस्तानी | Maya Vishkarma | Dr.PrakashHindustani, #MyHashtag

पैडवूमन माया विश्वकर्मा : प्रकाश हिन्दुस्तानी | Maya Vishkarma | Dr.PrakashHindustani, #MyHashtag

पैडवूमन माया विश्वकर्मा : प्रकाश हिन्दुस्तानी | 

Maya Vishkarma | Dr.PrakashHindustani, #MyHashtagDr.PrakashHindustani, #MyHashtag, #माय हैशटैग, डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी 


  मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के एक गांव की रहने वाली, माया विश्वकर्मा के माता-पिता खेतिहर मजदूर थे। माया ने जबलपुर से बायोटेक्नोलॉजी में पीजी और एम्स दिल्ली में रिसर्च  किया!  फिर कैलिफोर्निया चली गईं। वे  कैलिफोर्निया से भारत वापस आईं और अपने अनूठे अभियान में जुट गईं.  माया ने सुकर्मा फाउंडेशन की स्थापना की, इसके जरिए महिलाओं को शिक्षित कर रहीं है और उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने के लिए मदद कर रही है। माया दूसरों के लिए प्रेरणा बन गईं।

Sep 18, 202135:54
हिन्दी के दुश्मन Bollywood वाले : प्रकाश हिन्दुस्तानी & अजय ब्रह्मात्मज

हिन्दी के दुश्मन Bollywood वाले : प्रकाश हिन्दुस्तानी & अजय ब्रह्मात्मज

हिन्दी के दुश्मन  Bollywood वाले : प्रकाश हिन्दुस्तानी अजय ब्रह्मात्मज  Prakash Hindustani #HindiBoolywood  | Hindi Film Industry  Dr.PrakashHindustani, #MyHashtag, #माय हैशटैग, डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी   


मुंबई के फिल्म वाले खाते हिन्दी की हैं, बजाते अंग्रेज़ी की। ये लोग हिन्दी फिल्म की अवधारणा अंग्रेज़ी में सोचते हैं , फिल्म पर चर्चा अंग्रेज़ी में करते हैं, फिल्म का पूरा ताना-बाना अंग्रेज़ी में तैयार करते हैं !   जहां तक कि हिन्दी फिल्म की कहानी भी अंग्रेज़ी में लिखते हैं और पटकथा भी अंग्रेज़ी में लिखते हैं। उस पर इन्तेहाँ यह कि हिन्दी फिल्म के संवाद तक रोमन लिपि में लिखते हैं!  

कई कलाकार तो ऐसे हैं जो हिन्दी भाषी होने के बावजूद नौटंकी करते हैं मानो उन्हें हिन्दी नहीं आती ! बेशर्मी की हद है !!इतना ही प्रेम है अंग्रेज़ी से, तो हिन्दी की नहीं; अंग्रेज़ी की ही फ़िल्में क्यों नहीं बनाते?  अजय ब्रह्मात्मज जानेमाने फिल्म समीक्षक, लेखक, पत्रकार, स्तम्भकार और यूट्यूबर  हैं. वे CineMahoul के सम्पादक हैं. फिल्मों पर उनकी दो दर्ज़न ई-बुक्स NotNull से आ चुकी हैं. जो जल्द ही 100 होने को है.

Sep 18, 202147:41
क्या सोने का बनेगा साबरमती आश्रम? कुमार प्रशांत | प्रकाश हिन्दुस्तानी #PrakashHindustani #Sabarmati

क्या सोने का बनेगा साबरमती आश्रम? कुमार प्रशांत | प्रकाश हिन्दुस्तानी #PrakashHindustani #Sabarmati

क्या सोने का बनेगा #साबरमती आश्रम? कुमार प्रशांत | प्रकाश हिन्दुस्तानी

 Dr.PrakashHindustani, #MyHashtag, #माय हैशटैग, डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी  


अहमदाबाद के 55 एकड़ के साबरमती  आश्रम को 1246 करोड़ रूपये खर्च करके संवारा जा रहा है।   अहमदाबाद के प्रसिद्ध गांधी आश्रम का  नवीनीकरण की इस परियोजना को लेकर विवाद पैदा होते हुए दिख रहा है. कुछ गांधीवादी नाराज़ हैं.  

सरकार ने आश्रम के नवीनीकरण के लिए गवर्निंग काउंसिल बनाई है, जिसमें राज्यसभा सांसद नरहरि अमीन भी सदस्य के रूप में शामिल हैं.  बीबीसी से बात करते हुए अमीन ने कहा, "ऐसी कोई बात नहीं है. इस प्रोजेक्ट को गांधीवादी मूल्यों को नजर में रख कर अंजाम दिया जाना है. 

प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य दुनिया के लोगों को यहां आकर्षित करना है, ताकि शांति के संदेश का प्रचार हो सके. कोई बड़ी इमारत या फाइव स्टार होटल नहीं बनाया जा रहा है. गांधीवादी मूल्यों से जुड़ी सभी गतिविधियों जारी रहेंगी."

Sep 17, 202133:45
एवरेस्ट विजेता मेघा परमार से बातचीत Prakash Hindustani, #MyHashtag, प्रकाश हिन्दुस्तानी

एवरेस्ट विजेता मेघा परमार से बातचीत Prakash Hindustani, #MyHashtag, प्रकाश हिन्दुस्तानी

एवरेस्ट विजेता मेघा परमार से बातचीत Prakash Hindustani, #MyHashtag, प्रकाश हिन्दुस्तानी


मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के भोज नगर गाँव में रहनेवाली मेघा परमार एवरेस्ट फतह करने वाली मध्य प्रदेश की पहली युवती हैं।

 वे सीहोर जिले के भोज नगर की हैं।  उन्होंने 22 मई 2019 को सुबह 5 बजे एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया था।   मेघा परमार ने अपने जुनून के दम पर विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर फतह की। मेघा ने 29,029 फीट ऊंचाई पर  तिरंगा फहराया. चोटी पर पहुंचने में मेघा को 16 घंटे लगे। 


 ----------------------------------  एवरेस्ट विजेता मेघा परमार से आज हुई  बातचीत का सार : --

 मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के भोज नगर गाँव में रहने वाली मेघा परमार एवरेस्ट फतह करने वाली मध्य प्रदेश की पहली युवती हैं।  उन्होंने 22 मई 2019 को सुबह 5 बजे एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया था।  

-- मेघा परमार ने अपने जुनून के दम पर विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर फतह की। मेघा ने 29,029 फीट ऊंचाई पर  तिरंगा फहराया. चोटी पर पहुंचने में मेघा को 16 घंटे लगे।   

--मेघा परमार इसके पहले भी एवरेस्ट पर चढ़ने की कोशिश कर चुकीथीं,  लेकिन एवरेस्ट 700 फीट ही बचा था कि उन्हें वापस आना पड़ा।  उन्होंने दोबारा कोशिश की और एवरेस्ट पर भारतीय ध्वज ठहरा कर ही दम लिया।  

-- एवरेस्ट के शिखर पर चढ़ना जितना कठिन है, वहां से  उतरना उससे भी कठिन है। वापसी में मेघा परमार की ऑक्सीजन खत्म हो गई थी, लेकिन शेरपा ने उन्हें एक ऐसे व्यक्ति की ऑक्सीजन उपलब्ध करा दी गई, जिन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।  इसीलिए मेघा परमार मानती है कि यह उनका दूसरा जन्म है। उनकी साँसे  किसी की मेहरबानी से बची है।  

-- एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए पहले बेस कैंप पर जाना होता है जो करीब साढ़े  5000 फीट ऊंचा है।  उसके बाद बेस कैंप से कैंप वन फिर कैंप वन से वापस बेस कैंप आने जाने की प्रैक्टिस करनी पड़ती है। उसके बाद क्रमश कैंप -1, कैंप-2  कैंप-3 और  कैंप-4  तक जाना होता है। कैंप 4 आखिरी पड़ाव है।  उसके बाद एवरेस्ट का शिखर है।  सबसे ज्यादा मौतें कैंप - 4 के आसपास होती है, जिससे डेथ झोन कहा जाता है।  

-- एवरेस्ट फतह के लिए आपको शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत ज्यादा मजबूत होना चाहिए। मेरा मानना है कि व्यक्ति को 70% मानसिक शक्ति और 30%  शारीरिक शक्ति का होना जरूरी है।  रास्ते में उसे पर्वतारोहियों के शव भी दिखते हैं, तब कलेजा मुंह को आ जाता है।  -- सन्देश :  नफ़रत  करने के लिए जिंदगी बहुत छोटी है।  इस जिंदगी को अनावश्यक खर्च ना करें।  हमेशा ऐसा कोई कार्य करें जिससे कि दूसरे के चेहरे पर मुस्कान आ सके।

Sep 17, 202144:12
कथाकथन की कहानी : जमील गुलरेज़ से डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी की बात

कथाकथन की कहानी : जमील गुलरेज़ से डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी की बात

कथाकथन की कहानी : जमील गुलरेज़ से डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी की बात 

#KathaKathan #कथाकथन #MyHashtagDr.PrakashHindustani, #MyHashtag, #माय हैशटैग, डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी  Jameel Gulrays  


 जमील गुलरेज़ उर्दू अदब, मुंबई के विज्ञापन जगत की हस्ती हैं। उन्होंने कई लोकप्रिय ब्रांड के विज्ञापन बनाये हैं, नए लोग तैयार किये हैं। कथाकथन के माध्यम से वे उर्दू और दूसरी भाषाओं को बचाने में जुटे हैं.  प्रेमचंद और मंटो की उर्दू कहानियों को बचाने के लिए शुरू हुआ जमील गुलरेज़ का सफर हज़ारों लोगों के ऐसे कारवाँ में तब्दील हो गया, जो उर्दू सहित तमाम भारतीय भाषाओं को बचाने में जुटा है!

मातृ भाषा या मात्र भाषा : जो भी मित्र/अमित्र  सुनील कुमार  से मेरी बातचीत नहीं देख पाए उनके लिए चर्चा का सारांश :

--हिन्दी के प्रति सम्मान के बहुत से उदाहरण मिलते हैं।  जब हिन्दी का पहला वेब पोर्टल #वेबदुनिया शुरू हुआ तो उसके संचालक  पर यह दबाव था कि वे  हिन्दी  के बजाय अंग्रेज़ी  में पोर्टल कैसे शुरू करें। उन्हें ज्यादा फंडिंग मिलने के लालच भी दिए गए, लेकिन उन्होंने इस बात को स्वीकार नहीं कियाऔर हिन्दी के साथ ही अन्य भारतीय भाषाओं में उसका विकास किया।

--वेबदुनिया के तत्कालीन सीईओ  विनय छजलानी के सामने इस तरह के प्रस्ताव भी थे कि अगर यह पोर्टल अंग्रेजी में शुरू होता है तो उसे व्यापक रूप से समर्थन मिलेगा और ज्यादा कारोबार होगा।

--राजेन्द्र  माथुर ऐसे संपादक थे, जो अंग्रेज़ी बहुत अच्छी जानते थे और उनके लिखे लेख जब द टाइम्स आफ इंडिया में छपते थे तब  लोग कहते थे कि राजेन्द्र  माथुर तो गिरिलाल जैन (टाइम्स के प्रधान सम्पादक) से भी अच्छी अंग्रेज़ी लिखते हैं। उनके सामने बहुत से प्रस्ताव थे, लेकिन उन्होंने कभी अंग्रेजी के अखबार का सम्पादक  बनने की नहीं सोची, जबकि वहां पर ज्यादा धन और ज्यादा सुविधाएं थी।

--हरिवंश राय बच्चन अंग्रेजी के प्रोफेसर थे, लेकिन उन्होंने हिन्दी में ही साहित्य रचा।  ऐसे बहुत सारे उदाहरण हैं,जब लोगों ने  हिन्दी   प्रेम के कारण बड़े-बड़े पद ठुकरा दिए।

--हिन्दी का विस्तार और विकास वास्तव में बहुत बड़ी बात है। दुनिया की 18% आबादी  हिन्दी समझती है, जबकि चीनी भाषा मैंडरिन  को 15.27% और अंग्रेज़ी  को 13.85% लोग ही समझते हैं। दुनिया के 200 विश्वविद्यालयों में  हिन्दी  पढ़ाई जाती है। विदेश में भी 2 दर्जन से अधिक  हिन्दी   पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन होता है।

--भारत में नेट यूजर्स पिछले 5 साल में 23 करोड़ से बढ़कर 53 करोड़ हो गए हैं। भारत में 38% तहत उपभोक्ता  हिन्दी  बोलते हैं जो एक बहुत बड़ी संख्या है। लेकिन  हिन्दी  को लेकर उन्माद नहीं फैलाया जाना चाहिए।  हिन्दी  को अभी भी न्यायालयों की भाषा बनना है, चिकित्सा -शिक्षा की भाषा बनना है और कारोबार की भाषा के रूप में भी  हिन्दी  का विकास करना बहुत ज़रूरी है।

हिन्दी को मातृभाषा  के रूप में  सभी लोग जानते हैं लेकिन   हिन्दी  को लेकर कोई उन्माद नहीं चलाया जाना चाहिए।  हिन्दी के  विकास और विस्तार की अभी भी  बहुत गुंजाइश है।

#hindidivas

#hindi

Sep 17, 202150:52
हिन्दी मातृभाषा या मात्र भाषा ? सुनील कुमार और डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी

हिन्दी मातृभाषा या मात्र भाषा ? सुनील कुमार और डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी

हिन्दी मातृभाषा या मात्र भाषा ? सुनील कुमार और डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी  #HindiDivas #हिन्दी_दिवसDr.PrakashHindustani, #MyHashtag, #माय हैशटैग, डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी

#हिन्दी मातृ भाषा या मात्र भाषा : जो भी मित्र/अमित्र  सुनील कुमार  से मेरी बातचीत नहीं देख पाए उनके लिए चर्चा का सारांश :

--हिन्दी के प्रति सम्मान के बहुत से उदाहरण मिलते हैं।  जब हिन्दी का पहला वेब पोर्टल #वेबदुनिया शुरू हुआ तो उसके संचालक  पर यह दबाव था कि वे  हिन्दी  के बजाय अंग्रेज़ी  में पोर्टल कैसे शुरू करें। उन्हें ज्यादा फंडिंग मिलने के लालच भी दिए गए, लेकिन उन्होंने इस बात को स्वीकार नहीं कियाऔर हिन्दी के साथ ही अन्य भारतीय भाषाओं में उसका विकास किया।

--वेबदुनिया के तत्कालीन सीईओ  विनय छजलानी के सामने इस तरह के प्रस्ताव भी थे कि अगर यह पोर्टल अंग्रेजी में शुरू होता है तो उसे व्यापक रूप से समर्थन मिलेगा और ज्यादा कारोबार होगा।

--राजेन्द्र  माथुर ऐसे संपादक थे, जो अंग्रेज़ी बहुत अच्छी जानते थे और उनके लिखे लेख जब द टाइम्स आफ इंडिया में छपते थे तब  लोग कहते थे कि राजेन्द्र  माथुर तो गिरिलाल जैन (टाइम्स के प्रधान सम्पादक) से भी अच्छी अंग्रेज़ी लिखते हैं। उनके सामने बहुत से प्रस्ताव थे, लेकिन उन्होंने कभी अंग्रेजी के अखबार का सम्पादक  बनने की नहीं सोची, जबकि वहां पर ज्यादा धन और ज्यादा सुविधाएं थी।

--हरिवंश राय बच्चन अंग्रेजी के प्रोफेसर थे, लेकिन उन्होंने हिन्दी में ही साहित्य रचा।  ऐसे बहुत सारे उदाहरण हैं,जब लोगों ने  हिन्दी   प्रेम के कारण बड़े-बड़े पद ठुकरा दिए।

--हिन्दी का विस्तार और विकास वास्तव में बहुत बड़ी बात है। दुनिया की 18% आबादी  हिन्दी समझती है, जबकि चीनी भाषा मैंडरिन  को 15.27% और अंग्रेज़ी  को 13.85% लोग ही समझते हैं। दुनिया के 200 विश्वविद्यालयों में  हिन्दी  पढ़ाई जाती है। विदेश में भी 2 दर्जन से अधिक  हिन्दी   पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन होता है।

--भारत में नेट यूजर्स पिछले 5 साल में 23 करोड़ से बढ़कर 53 करोड़ हो गए हैं। भारत में 38% तहत उपभोक्ता  हिन्दी  बोलते हैं जो एक बहुत बड़ी संख्या है। लेकिन  हिन्दी  को लेकर उन्माद नहीं फैलाया जाना चाहिए।  हिन्दी  को अभी भी न्यायालयों की भाषा बनना है, चिकित्सा -शिक्षा की भाषा बनना है और कारोबार की भाषा के रूप में भी  हिन्दी  का विकास करना बहुत ज़रूरी है।

हिन्दी को मातृभाषा  के रूप में  सभी लोग जानते हैं लेकिन   हिन्दी  को लेकर कोई उन्माद नहीं चलाया जाना चाहिए।  हिन्दी के  विकास और विस्तार की अभी भी  बहुत गुंजाइश है।

#hindidivas

#hindi

Sep 17, 202144:12