नज़्म_ए_हिंदी Dec 10, 2022
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तुम कांटों का ध्यान रखोगी फिर मेरा क्या ?
Written by : Ranjan Gupta
Voiceover by : Ranjan Gupta
Lines 👇
दुख समेटने चली थी वो
जी भर गया उसका तो मेरा क्या ?
मैने अपना माना था उसे
ज़ख्म दिया तो जाम समझे क्या ?
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Shukriya 🌻❣️
Dec 10, 202201:30
हसीन समां
A sad poetry
Jun 09, 202201:08
अन्यथा खोज रास्तों का होगा। A Motivational Poem.
एक ऐसी कविता जो आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा दे।
Nov 19, 202101:23
ज़रूरत है ऐसे ज़िक्र की। A Romantic Poem.
जब आपका आपके पार्टनर के साथ यूँ ही झगड़ा हो जाये तब कुछ इस तरह से मेरे लफ्ज़ बाहर आये।
Nov 18, 202100:56