केन्द्रीय विद्यालय दक्षिण कमान पुस्तकालय पुणे
By Sucheta Chandanshive
केन्द्रीय विद्यालय दक्षिण कमान पुस्तकालय पुणेJan 12, 2022
Savitribai Phule 192nd Birth Anniversary
World Student's Day is marked on Dr APJ Kalam's Birthday 15th October
Chandrashekhar Aazad Birth Anniversary 23rd July,b2022
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (नेशनल टेक्नोलॉजी डे)
शिवाजी महाराजांची जयंती 2022: शिवाजी महाराजांची कथा १. शिवरायांचा जन्म २. जीजाऊंचे संस्कार
छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती 2022 के उपलक्ष में कहानी शिवाजी का साहस
स्वामी विवेकानंदजी की जयंती और राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की वजह और इतिहास
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर आयोजित है मौलाना अबुल कलाम आजाद का जीवन परिचय
Aazadi ka Amrut Mahotsav on 75th Independence Day on 15th August 2021
स्वतंत्रता दिवस समारोह
कथा-कथन रंजना फतेपुरकरद्वारा @पुस्तकालय कोरोना महामारी के दौरान बच्चों से जुड़ने का एक प्रयास
Mother's Day Special
World Book Day 2021
जागतिक कविता दिनाच्या निमित्त व्हिडिओचे प्रसारण: मराठी भाषा दिवस साजरा २७/०२/२०२१
यावर्षी ग्रंथालय विभाग,केन्द्रीय विद्यालय दक्षिण कमान ग्रंथालय, पुणे कोरोना च्या पार्श्वभूमीमुळे मुळे यावर्षी ऑनलाईन लेखक, लेखिका, कवी आणि कवियत्री यांच्या भेटीचे आयोजन केले होते आणि त्याचे प्रसारण जागतिक कविता दिनानिमित्त करीत आहोत. कृपया आपले अभिप्राय देण्यात यावे ही नम्र विनंती. youtu.be/T_DroFfFRuA
How Savitribai Phule, India's first female teacher, dealt with abusers hell bent on preventing her from educating girls
How Savitribai Phule, India's first female teacher, dealt with abusers hell bent on preventing her from educating girls. This social reformer was also a notable educationalist and a poet from Maharashtra. She dedicated her life to abolish Sati, child marriage and caste discriminations. She founded a school for girls at Bhide Wada, Pune, in 1848, and several others.
सावित्रीबाई फुले का जीवन परिचय
सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले (Savitribai Jyotirao Phule) एक प्रमुख भारतीय सामाजिक सुधारक, शिक्षाविद और कवियत्री थी. जिन्होंने उन्नीसवीं शताब्दी के दौरान महिला शिक्षा और सशक्तिकरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्हें उस समय की कुछ साक्षर महिलाओं में गिना जाता है. सावित्रीबाई को पुणे में अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ भिडवाडा में स्कूल स्थापित करने के लिए श्रेय दिया जाता है. उन्होंने बाल विवाह के प्रति शिक्षित करने और उन्मूलन करने, सती प्रथा के खिलाफ प्रचार करने और विधवा पुनर्विवाह के लिए वकालात करने के लिए बहुत मेहनत की. महाराष्ट्र के सामाजिक सुधार आंदोलन का एक प्रमुख व्यक्तित्व और उन्हें बी आर अम्बेडकर, अन्नाभाऊ साठे की पसंद के साथ दलित मंगल जाति का प्रतीक माना जाता है. उन्होंने अस्पृश्यता (Untouchability) के खिलाफ अभियान चलाया और जाति व लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करने में सक्रिय रूप से काम किया.
National Education Day or Rashtriya Shiksha Diwas 11th November, 2020
क्या है "राष्ट्रीय एकता दिवस"? , क्या है "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी" ?, और "लोहपुरुष"?
राष्ट्रीय एकता दिवस हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है. भारत के *लौह पुरुष - सरदार वल्लभभाई पटेल* की जयंती को मनाने के लिए भारत सरकार द्वारा साल 2014 में इस दिन की शुरुआत की गई थी.
आयीये जानते है *पुस्तकालय विभाग* द्वारा क्या है "राष्ट्रीय एकता दिवस" , क्या है "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी" , और "लोहपुरुष सरदार पटेल जी का जिवन परिचय"
31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है
Unity Day Celebration 31st October,2020
हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष में पॉडकास्टिंग: हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है? हिंदी दिवस कब मनाया जाता है? कैसे हिंदी बनी थी राजभाषा
केन्द्रीय विद्यालय दक्षिण कमान पुस्तकालय पुणे में हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष में पॉडकास्टिंग: हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है? हिंदी दिवस कब मनाया जाता है? कैसे हिंदी बनी थी राजभाषा
केन्द्रीय विद्यालय दक्षिण कमान पुस्तकालय पुणे में हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष में पॉडकास्टिंग: माँ के प्यार की किमत! दिल छू लेने वाली ये कहानी
माँ के प्यार की किमत:अक्सर हम माँ के प्यार और उसकी ममता का महत्व समझ नहीं पाते, दिल को छूने वाली ये कहानी हमें माँ का अपने बच्चों के प्रति प्रेम दर्शाने के साथ ही बच्चों को सीख भी देती है कि अपने माँ का मान कैसे करें
माँ के प्यार की कोई कीमत नही होती है,
अक्सर हम माँ के प्यार और उसकी ममता का महत्व समझ नहीं पाते,
ये कहानी हमें माँ का अपने बच्चों के प्रति प्रेम दर्शाने के साथ ही बच्चों को सीख भी देती है
केन्द्रीय विद्यालय दक्षिण कमान पुस्तकालय पुणे में हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष में पॉडकास्टिंग: किताबें कुछ कहना चाहती हैं।
केन्द्रीय विद्यालय दक्षिण कमान पुस्तकालय पुणे में हिंदी पखवाड़े के उपलक्ष में पॉडकास्टिंग:किताबें कुछ कहना चाहती हैं।
कविताः किताबें कुछ कहना चाहती हैं-सफ़दर हाश्मी
सफ़दर हाश्मी की ये कविता किताबों की जुबां
सफ़दर हाश्मी ने किताबों के मन में क्या है, ये अपनी कविता में बयां किया है।
हिन्दी पखवाड़ा अन्तर्गत एक पुस्तक की आत्मकथा
हिन्दी पखवाड़ा अन्तर्गत एक पुस्तक की आत्मकथा
मैं अपना परिचय कुछ इस प्रकार देना चाहूंगी – मैं ज्ञान का भंडार हूं, मुझमें ज्ञान का सागर उपस्थित है। मैं शिक्षा एवं मनोरंजन का उत्तम साधन मानी जाती हूं। मेरे बिना शिक्षा ग्रहण करना संभव नहीं है, शिक्षा के क्षेत्र को मेरे बिना कल्पना कर पाना भी संभव नहीं है। मैं शिक्षक एवं शिष्य के बीच की डोरी हूं।
हिन्दी पखवाड़ा अन्तर्गत एक पुस्तक की आत्मकथा
एक पुस्तक की आत्मकथा:मैं पुस्तक हूं। मुझे तो आप पहचानते ही होंगे, बिल्कुल, क्यों नहीं !! मैं अपने अस्तित्व को कैसे परिभाषित करूं ? अगर आप पुस्तक शब्द का अर्थ देखें, तो वह होगा –“हाथ से लिखी हुई पोथी”, पर यह परिभाषा समय द्वारा सीमित हो गई है, क्योंकि आज के आधुनिक दौर में पुस्तकें हाथ से नहीं लिखी जाती है, अथवा मशीनों द्वारा ही प्रिंट होती है।
PODCAST EPISODE 9 ON "INDEPENDENCE DAY OF INDIA"
In India, August 15 marks the occasion of Independence Day and this year we are celebrating 74 years of independence from the British Rule. After almost 2 centuries under imperial rule and after countless sacrifices and struggles, Indians won their freedom on August 15, 1947.
The sheer depth of pride felt by every Indian as they look at their country’s tricoloured flag unfurl, is a sight to behold. Unfortunately, due to the ongoing coronavirus pandemic, these flag hoisting ceremonies will not be organised this Independence Day like earlier years celebrations, but citizens are encouraged to do the same in their own homes and with family only in lieu of social distancing.