Yatra
By Ankit Pandey
This podcast has some good content, some well written poetry and stories.
Here I'm reciting some old stuf I've written so far.
Here I'm reciting some old stuf I've written so far.
YatraFeb 24, 2023
00:00
00:53
घर (Ghar)
सवाल तो कई हैं पर अब घर तो घर है, जरूरतों को पूरा करने का घर, तन का घर-मन का घर, मेरा घर, उसका घर, छत वाला घर, खपरैलों में छुपा घर या फिर एक अपना घर यानि इश्क़। पर इस घर में हम जी तो सकते हैं, मर नहीं सकते। हमें मरने के लिए भी तो घर चाहिए...
Apr 09, 202402:52
विंटेज (Vintage)
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पुराने वृक्षों की खाल की रन्ध्रों में
उग आते हैं छोटे-बड़े छातेनुमा
पीले, मटमैले मशरूम
मेरी पुरानी स्मृतियों में जिस तरह
तुम्हारा उग आना होता है
मटमैली, पीली, धुँधली सी हो कर
किसी विंटेज खिड़की से
थोड़ी सुन्दर
लेकिन छू लेने
महसूसने
पकड़ने से बहुत दूर
क्षणिकाओं की तरह।।
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तारीख- २०-०१-२०२४
दो० १२:३६ बजे
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पुराने वृक्षों की खाल की रन्ध्रों में
उग आते हैं छोटे-बड़े छातेनुमा
पीले, मटमैले मशरूम
मेरी पुरानी स्मृतियों में जिस तरह
तुम्हारा उग आना होता है
मटमैली, पीली, धुँधली सी हो कर
किसी विंटेज खिड़की से
थोड़ी सुन्दर
लेकिन छू लेने
महसूसने
पकड़ने से बहुत दूर
क्षणिकाओं की तरह।।
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तारीख- २०-०१-२०२४
दो० १२:३६ बजे
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Jan 20, 202401:02
Haan Tum Bilkul Waisi ho- Intezaarnama
Khayal hi nahi, ishq bhi hai intezaarnama.
Jan 06, 202401:49
बढ़ई और चिड़िया (Badhai aur chidiya)
केदारनाथ सिंह शायद हिन्दी के समकालीन काव्य परिदृश्य में अकेले ऐसे कवि हैं, जो एक ही साथ गाँव के भी कवि हैं और शहर के भी। उनकी यह कविता शायद ऊँघते काटे जा रहे जंगलों की कराह होगी जो मुझे पढ़ने मिली।
Oct 21, 202301:49
माँ और परछाई (Maa aur Parchhayi)
एक अहसास
कि माँ अभी मेरी हथेली पर
अपना हाथ मल कर गईं
और छोड़ गईं खुद को
शीशे में, मुझ में...
कि माँ अभी मेरी हथेली पर
अपना हाथ मल कर गईं
और छोड़ गईं खुद को
शीशे में, मुझ में...
Feb 28, 202301:29
जाना- इन्तज़ारनामा 2 (Jaana- Intzarnama 2)
इतिहास में इंतजार की कोई जगह नहीं होती।
इन्तज़ारनामा 2, ऑडियो- Santoor Flute Raag Jhinihoti by Pt. Shri Shiv kumar sharma, Pt. Shri Hariprasad chaurasiya.
इन्तज़ारनामा 2, ऑडियो- Santoor Flute Raag Jhinihoti by Pt. Shri Shiv kumar sharma, Pt. Shri Hariprasad chaurasiya.
Feb 26, 202302:48
अव्यवस्थित ढंग (Avyavasthit Dhang)
मेरा तुम्हारे लिए
अव्यवस्थित ढंग से
किया गया प्रेम
हमेशा सबसे सुंदर रहा।।
Poem by - Ankit
अव्यवस्थित ढंग से
किया गया प्रेम
हमेशा सबसे सुंदर रहा।।
Poem by - Ankit
Feb 24, 202300:53
फूल सी कविता (Phool si Kavita)
बहुत दिनों से फूल धरे हैं
घर में टेबल की छत्ती पर
मुरझाए से सिकुड़े सारे
जैसे मेरा मन मुरझाया,
मेरे मन के मुरझाने पर
तुम तो पानी दे आँखों का
कर देती हो ताजा सब कुछ,
फूलों को बोलो क्या दूँ मैं ?
कैसे ताजा करूँ कहो अब
कैसे उनको यह बतलाऊँ,
मेरी आँखों के देखे से
नज़र लगी तो मुरझाता सब,
घर में टेबल की छत्ती पर
मुरझाए से सिकुड़े सारे
जैसे मेरा मन मुरझाया,
मेरे मन के मुरझाने पर
तुम तो पानी दे आँखों का
कर देती हो ताजा सब कुछ,
फूलों को बोलो क्या दूँ मैं ?
कैसे ताजा करूँ कहो अब
कैसे उनको यह बतलाऊँ,
मेरी आँखों के देखे से
नज़र लगी तो मुरझाता सब,
Feb 22, 202301:39
इन्तज़ारनामा - चिट्ठी (Chitthi)
चिट्ठी खतम हो गयी थी। प्रेमनुराग आँखों से जलप्रपात की तरह तरल हो निकला था। तभी विविध भारती में घर के बाहर से जाती कार में सुनाई दिया। बाबूजी धीरे चलना, प्यार में ज़रा सम्भलना, बड़े धोखे हैं इस राह में...!! Music by @Anupamroy Piku movie.
Feb 11, 202304:27
अब और नहीं होता (Ab aur nahi hota)
हम कई बार जी लेना चाहते हैं, कविताओं में, वक़्तों के हिस्सों में, उसी जगह से एक कविता.-- मेरी सारी कविताओं में
सिमट जाते हैं हम दोनों-
खिलखिलाकर गले लगते हैं
कहते हैं दो-चार बातें
और हो जाते हैं अपने आप में मशरूफ़-
किसी दिन ऐसा असल में हो
तो मैं छोड़ दूँ कविताएं लिखना
और मशरूफ़ हो जाऊँ तुममें-
यूँ कविताओं में सिमटे रहना
अब और नहीं होता।।
Audio in background taken from Piku movue, Music created by @AnupamRoy @PratyushBanerjee
सिमट जाते हैं हम दोनों-
खिलखिलाकर गले लगते हैं
कहते हैं दो-चार बातें
और हो जाते हैं अपने आप में मशरूफ़-
किसी दिन ऐसा असल में हो
तो मैं छोड़ दूँ कविताएं लिखना
और मशरूफ़ हो जाऊँ तुममें-
यूँ कविताओं में सिमटे रहना
अब और नहीं होता।।
Audio in background taken from Piku movue, Music created by @AnupamRoy @PratyushBanerjee
Feb 08, 202301:03
इन्तज़ारनामा (intezarnama)
इमैजिनेशन की वो दुनिया जिसमें सब खूबसूरत है, बेहद खूबसूरत, आपके लिये।।
Feb 05, 202302:26
प्रेम की जगह अनिश्चित है (Prem ki jagah anishchit hai) - Vinod kumar shukl
हमेशा की तरह हतप्रभ कर देने वाले विनोद कुमार शुक्ल जी की यह कविता...
Dec 04, 202200:60
मेरा तुम्हारा रिश्ता (Mera Tumhara Rishta- Faiz)
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ साहब की ये नज़्म जो रिश्ते बयां करती है।।
Nov 30, 202201:00
रश्मियाँ (Rashmiyan)
Let's define the beauty...
Jul 27, 202200:59
ऊमर के फूल (oomar ke phool)
जीवन की अनियमितताएं, सच, मृत्यु, सब कुछ एक मात्र फूल में निहित...!!
Jun 17, 202201:21
चिट्ठी (Chitthi)
चिट्ठियां कैप्शन नहीं ले कर चलतीं।
Apr 07, 202202:19
उंगलियों का विज्ञान (Ungaliyon Ka Vigyaan)
Science is fiction, Spirituality is real or Science is real and Spirituality is function ? Choose wisely, until then, listen this poem.
Mar 08, 202201:14
मैं तुम्हारी देह पर (Mai Tumhari Deh Par)
प्रेमानुभूति प्रक्रिया से क्रिया का सफलतम रूप होती है।
Jan 07, 202201:01
दिसम्बर के दिन (Days of December)
दिसम्बर के दिन सालों से पुछल्ले माने जाते रहे हैं पर असल में नीव की तरह काम में लगे होते हैं वो भी आगे आने वाले साल के लिए। इसी कोशिश में ये कुछ अलग और बड़े वक़्त बाद नई कविता। आपके और दिसम्बर के नाम।
Jan 06, 202202:12
Tonight i can write by Neruda
Translation by Ankit, Written by Pablo Neruda.. It's just a try...
Oct 15, 202102:16
Meri Mrityu ke baad (मेरी मृत्यु के बाद)
एक सच जो हर लिखने वाले की अन्तरात्मा झकझोर देता है वो है, उसे उस समय तवज्जो ना देना जब आवश्यक हो, बजाय जब वो रह ही न जाए तब के। "कविता को आवाज़ दी है थिएटर आर्टिस्ट और बहुत अच्छी आवाज़ की धनी, दोस्त पुष्पा ने।"
Jun 23, 202100:53
SlowMotion
Slow motion detected in past
May 26, 202101:03
समर शेष है (Samar Shesh Hai)
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी की इस कविता को हम जितनी बार पढ़ते हैं, उतनी बार नया राष्ट्र, नया कलाप सामने होता दीख पड़ता है। समय की व्यथा, राष्ट्र का दुःख, जनता का अपनत्व साफ समझ आता है। हर ओर से ऐसा लगता है जैसे बस यही कविता है जिसने जियाले अपने भीतर सहेजे हुए हैं।
Apr 30, 202103:29
खिड़कियाँ (Khidkiyaan)
भविष्य भला खिड़की से सुंदर कौन जान पाया है बाबू।
Apr 05, 202103:20
प्रेम कविता (Prem Kavita)
किसी कविता में आवाज़ उन कलाकारों की मिल जाए जो चहेते हों तो कुछ ही क्षणों में सुकून हरी दूब की तरह बिछा बिछौना हो जाता है।
Apr 05, 202100:28
क्षमा (Kshama)
Forgiveness is best medicine to live a good life.
Jan 30, 202101:40
फ़ैज़ की दो नज़्में (Do Nazmen)
ख़ून में ग़म भी बह जायेगा।
Nov 25, 202003:57
बूढ़ा पलाश
कुछ किस्से सा...
Nov 19, 202001:18
बातें हो जाएं
थोड़ा सा आप उनके करीब जाइये, थोड़ा उन्हें आने दीजिये...
Nov 17, 202002:16
Bachche kaam par ja rahe hain
Rajesh joshi ji humare samay ke jane mane lekhak hain. Aapne yah kavita badi hi sahajta hai hum tak pahunchayi. Isme kiye gaye sawal shayad auron tak utni hi zor se pahunche jitna aapne kaha hai, isi ummeed me yah Kavita.
Oct 03, 202001:44
Baabla- बाबला
Gulzar sahab has written this story on his book Kitaab.
Sep 20, 202012:40
Humesha Der Kar deta hoon
"हमेशा देर कर देता हूँ।" ये एक अकेली नज़्म है जिसमें ज़िन्दगी का वो हिस्सा है जहाँ से हो कर हर कोई गुजरता है। मुनीर नियाज़ी तो एक जगह ये भी लिखते हैं-
आदत सी बना ली है तुमने तो 'मुनीर' अपनी
जिस शहर में भी रहना उकताए हुए रहना
मतलब कितनी आसानी से हर हिस्से को बयाँ करना है कोई आपसे सीखे।
आदत सी बना ली है तुमने तो 'मुनीर' अपनी
जिस शहर में भी रहना उकताए हुए रहना
मतलब कितनी आसानी से हर हिस्से को बयाँ करना है कोई आपसे सीखे।
Aug 30, 202001:52
Prem aur Mere Beech- प्रेम और मेरे बीच
Distance between Love and ages are like we have a flower in our hand but can't smell...
Aug 27, 202001:27
Shahar (शहर) - Amrita preetam
That's a story of the city by graceful, renowned artist/poetes Amrita Preetam.
Aug 11, 202001:42
Charu Chandra ki kirne (चारु चन्द्र की चंचल किरणें)
In menory of Late Shri Maithilisharan gupt, here's his an know poem, Charu chandra ki chanchal kirne.
Aug 03, 202006:05
Ghar ki yaad (घर की याद)
If you are feeling lonely then let's take a tour of your home through this minblowling poetry. Close your eyes and let your emotions go with it. BHAWANI PRASAD MISHRA is a renowned poet/writer, who has written this masterpiece. Letter thanks to them.
Aug 01, 202010:39
Laashein (लाशें)
Shahron ko lashon ke sadne ki gandh nahi aati...
Jul 31, 202001:38
Cheenti (चींटी)
i think we have to make a try to win, we can't lose hope ever...
Jul 29, 202001:10
Is paar priye madhu hai
Harivansh rai bachchan.
Jul 22, 202006:09
Maun Prem
SILENT LOVE is all about caring and being there for someone because you want to, not because you will get anything in return.
Jul 05, 202001:19
Oo Musafir
Short Travel story
Jul 02, 202001:13
Apna Ekaant
Unhe jaaney do, tum bhi jao, itni door jahan sab kuchh achcha ho.
Jun 30, 202001:13
मैं तुम्हारा हो जाऊंगा
आओ गले लग कर सब कुछ सही करें।
Jun 24, 202001:28
प्रेम पर कविता
Love is in the air.
Jun 19, 202001:53
Sakhi By Harivansh rai Bachchan sahab
I'll say that while I'm reading him, I'm smiling, I'm happy, I'm writing with them, I'm doing whatever i wanna do. He's the one of my favourite writer, he's Inspiration.
Jun 14, 202003:01
लौटना
लौटना कितना ज़रूरी है हम तब जानते हैं जब किसी व्यक्ति या चीज से दूर होते हैं, बहुत दूर।
Jun 03, 202002:25
ईश्वर बच्चों की प्रार्थनाओं से डरता है
God is afraid of prayers by children. The almighty who created the world fears nothing but yes he does fear when he hears kids pray. He fears what the innocent might ask for and unwillingly he might need to fulfill it.
May 25, 202002:07
सूखा पेड़
पेड़, जब वह अपनी पत्तियाँ झार कर नया होने को होता है तब उसमें दिखाई देता है उसका अस्थि पंजर (skeleton) जिस पर न जाने क्या-क्या सोचा और कहा जाता रहा है। उसी सोच में से एक भाग।
May 19, 202002:01
एकांत और दुःख
We all are alone at some place, we wanna say everything to someone but that's not our family or friend, that is our happy place, we called it river or lake, full of water like full of emotions.
May 16, 202001:48
Yaad aana by Ravindranath Tagore
एक कविता टैगोर साहब की।
May 08, 202001:39